खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से अखिलेश का क्या मोह है कि उन्हें मंत्री पद से नहीं हटाया? - एलके बाजपाई
उत्तर प्रदेश सरकार के 8 मंत्री हटाये गए वहीँ 9 को किया इधर से उधर.……
खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से अखिलेश का क्या मोह है कि उन्हें मंत्री पद से नहीं हटाया? - एलके बाजपाई
आज उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीमंडल में आया भूकंप। प्रदेश के मुखिया के फैसले के बाद मंत्रियों के बीच दिखी भारी हलचल। यूपी सरकार के कई मंत्री के पैरों तले खिसकी ज़मीन। जहाँ एक ओर प्रदेश सरकार के 8 मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया वहीँ इससे भी ज्यादा 9 मंत्रियों को इधर से उधर किया जा चुका है। मौके का लाभ उठाते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एलके बाजपाई ने भी सरकार पर हमला बोल दिया। कई विवादों में घिरे खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति जो कि विपक्षी के हिट लिस्ट पर थे और जिन्हें मंत्री पद से हटाया जाना लगभग तै था लेकिन सीएम अखिलेश यादव के फैसले में उनके मंत्री पद को सुरक्षित रखा और इसी फैसले का विरोध करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आखिर क्या मोह है प्रजापति से कि उन्हें मंत्री पद पर बनाये रखा।
इसी के साथ एलके बाजपाई ने आज़म खान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो भी प्रदेश सरकार के एक विवादित मंत्री हैं जो आये दिन अपने विवादित बयानों से सुर्ख़ियों में बने रहते हैं, उन्हें भी मंत्री पद से हटाया जाना था लेकिन प्रदेश सरकार अपने सबसे विवादित मंत्रियों पर आखिर इतनी मेहेरबान क्यूँ है इसका जवाब मुख्यमंत्री स्वयमं दें।
यूपी सरकार के मंत्रीमंडल के
(1) राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह मंत्री स्टाम्प तथा न्यायशुल्क पंजीयन व नागरिक सुरक्षा,
(2) अम्बिका चैधरी मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग कल्याण,
(3) शिव कुमार बेरिया मंत्री वस्त्र उद्योग एवं रेशम उद्योग,
(4) नारद राय मंत्री खादी एवं ग्रामोद्योग,
(5) शिवाकान्त ओझा मंत्री प्राविधिक शिक्षा,
(6) आलोक कुमार शाक्य राज्यमंत्री प्राविधिक शिक्षा,
(7) योगेश प्रताप सिंह ‘योगेश भइया’ राज्यमंत्री बेसिक शिक्षा और
(8) भगवत शरण गंगवार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग को मंत्री पद से पदमुक्त कर दिया है।
राज्यपाल राम नाईक ने पदमुक्त किये गये मंत्रियों के विभागों का कार्य अतिरिक्त कार्य प्रभार के रूप में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आवंटित कर दिया है। इसके अतिरिक्त राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के दूसरे प्रस्ताव पर
(1) अहमद हसन मंत्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मातृ एवं शिशु कल्याण,
(2) अवधेश प्रसाद मंत्री समाज कल्याण अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण सैनिक कल्याण, (3) पारस नाथ यादव मंत्री उद्यान खाद्य प्रसंस्करण,
(4) राम गोविन्द चैधरी मंत्री बेसिक शिक्षा,
(5) दुर्गा प्रसाद यादव मंत्री परिवहन,
(6) ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी मंत्री होमगार्डस् प्रांतीय रक्षक दल,
(7) रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया मंत्री, खाद्य एवं रसद,
(8) इकलाब महमूद मंत्री मत्स्य सार्वजनिक उद्यम,
(9) महबूब अली मंत्री माध्यमिक शिक्षा को आवंटित विभाग हटाकर उनके विभागों का कार्य मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अतिरिक्त प्रभाग के रूप में आवंटित कर दिया है। जबकि उक्त मंत्री बिना विभाग के अपने पद पर बने रहेंगे। इसके साथ ही राज्यपाल राम नाईक नए मंत्रियों को 31 अक्टूबर, को राजभवन में आयोजित एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायेंगे।
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